दांत (teeth) न केवल सुंदर मुस्कान का प्रतीक हैं, बल्कि हमारे सम्पूर्ण स्वास्थ्य का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। दांत (teeth) भोजन को चबाने और पचाने की प्रक्रिया की पहली कड़ी होते हैं, जिससे शरीर को पोषण प्राप्त होता है। यदि दांत स्वस्थ नहीं होंगे, तो न केवल खाना चबाने में परेशानी होगी, बल्कि इससे पाचन, बोलने और आत्मविश्वास पर भी असर पड़ सकता है। वर्तमान जीवनशैली, अनियमित खान-पान और लापरवाही से दांत (teeth) की समस्याएँ तेजी से बढ़ रही हैं। अतः यह अत्यंत आवश्यक हो गया है कि हम दांतों की उचित देखभाल करें (proper care of teeth) । इस से जुडी विशेष जानकारी यहाँ बता रहे है इसका उपयोग कर जीवन को सुक्मय बना सकते है –
दांतों को सुरक्षित रखने के उपाय
write two suggestions for the proper care of teeth and gums
1. भोजन को चबा-चबाकर निगलें, ताकि उसका पाचन यथोचित रूप से हो सके।
2. पेट साफ रखें और कब्ज न होने दें।
3. दांतों के साथ-साथ मसूढ़ों की सफाई का भी विशेष ध्यान रखें।
4. मंजन करना पसंद हो, तो किसी अच्छे मंजन से प्रातः मसूढ़ों की मालिश करें। ध्यान रहे, मो और खुरदुरे मंजन से मसूढ़ों के छिलने का डर लगा रहता है, तथा रोग के कीटाणुओं को आसान से हमला करने का मौका मिल जाता है।
5. दांतों की सुरक्षा, सफेदी और चमक के लिए कैल्शियम, विटामिन-सी और डी बहुत आवश्यक होते हैं।
6. गोल नोंकों वाले दांतों का ब्रश प्रयोग करें। दिन में दो बार दांत अवश्य साफ करें।
7. नीम की टहनी से बहुत बढ़िया ब्रश बन सकता है। इसके लिए नीम की ताजा टहनी को पहल खूब चबा लेना चाहिए। इससे दुर्गन्ध भी दूर हो जाती है।
8. बराबर मात्रा में नमक और बाइकार्बोनेट मिलाएं और इससे मंजन करें। आपके दांत सफेद औ चमकदार रहेंगे।
9. अपने दांतों पर स्ट्राबेरी मलें, ताकि वो चमकदार और सफेद रहें।
10. सूखा पिसा हुआ संतरे का छिलका दांतों को साफ, सफेद करने में सक्षम है। इसे किसी भी दंत मंजन में मिलाकर प्रयोग करें।
11. बराबर मात्रा में नमक और लकड़ी की राख मिलाकर मलने से दांत सफेद हो जाते हैं।
12. जली ब्रेड की राख मलने से भी दांत साफ हो जाते हैं।
13. दांतों में दर्द और पीड़ा होने पर लौंग के तेल की फुरैरी लगानी चाहिए।
14. दांतों में कीड़ा लगा हो, तो खुरासानी अजवायन का चूर्ण दांतों में भर लेना चाहिए। दालचीनी के तेल की फुरैरी लगाने से भी आराम मिल जाता है।
15. यदि मसूढ़ों से खून रिसता हो, तो सरसों के तेल में बहुत बारीक पिसा नमक मिलाकर मसूढ़ों प मलें। माजूफल के चूर्ण में जली हुई सुपारी का चूर्ण मिलाकर मसूढ़ों पर मलने से भी लाभ होता है
16. मसूड़ें फूल जाने की अवस्था में जामुन की छाल का काढ़ा बनाकर कुल्ले करने चाहिए।
दांतों की उचित देखभाल
care of teeth and gums
1. भोजन के बाद सफाई
हर बार भोजन या नाश्ते के बाद मुंह में साफ पानी से अच्छी तरह कुल्ला अवश्य करें। इससे अन्नकण दांतों में फंसकर सड़ाव नहीं पैदा कर पाएंगे और दांतों में दुर्गंध या कीड़ा लगने से बचाव होगा।
2. ब्रश करने का सही समय और तरीका
प्रातः उठते ही और रात्रि को सोने से पहले दांतों को ब्रश करें।
ब्रश का चयन करते समय यह ध्यान रखें कि उसके बाल न तो बहुत कठोर हों और न ही बहुत मुलायम। ब्रश को उपयोग से पहले हल्के गुनगुने पानी में 10-15 मिनट भिगोना लाभदायक होता है।ब्रश करते समय ऊपर के दांतों पर ब्रश को मसूड़ों से नीचे की ओर और नीचे के दांतों पर नीचे से ऊपर की ओर चलाना चाहिए। यह दिशा दांतों और मसूड़ों की प्राकृतिक बनावट के अनुरूप होती है।
3. ठंडे-गर्म और खट्टे-मीठे का संयम
बहुत अधिक ठंडी या गर्म चीजों का सेवन मसूड़ों के लिए हानिकारक हो सकता है। ठंडी चीज के तुरंत बाद गर्म या गर्म के तुरंत बाद ठंडी चीज खाना दांतों की प्राकृतिक चमक को नष्ट कर सकता है।अत्यधिक खट्टी चीजों के बाद तुरंत मीठी चीजें खाना भी दांतों को नुकसान पहुंचाता है।
4. मसूड़ों की मजबूती के लिए मालिश करें
प्रतिदिन मसूड़ों की हल्के हाथों से मालिश करें। इससे रक्तसंचार बेहतर होता है और मसूड़े मजबूत बने रहते हैं। सरसों का तेल और सेंधा नमक एक प्रभावी घरेलू उपाय है।
5. माउथवॉश और कुल्ला
दिन में कम से कम दो बार लिस्टरीन या अन्य किसी अच्छे माउथवॉश से कुल्ला करने की आदत डालें। यह मुंह के बैक्टीरिया को नष्ट कर सांसों को ताज़ा बनाए रखता है।
6. पाचन और स्वच्छता का संबंध
कब्ज या पाचन संबंधी समस्याएं भी दांतों और मसूड़ों को प्रभावित करती हैं। सड़े हुए मल के विषैले तत्व रक्त में जाकर दांतों की जड़ों तक पहुंच सकते हैं। अतः पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखना भी उतना ही जरूरी है।
दांतों को सुरक्षित रखने के हेतु कुछ अनुचित आदतों से बचें
Avoid some inappropriate habits to protect teeth
दांतों को सुरक्षित रखने के हेतु कुछ अनुचित आदतों से हमें बचना चाहिए ताकि डट को नुकसान नही हो जैसे
1. भोजन के बाद कुल्ला ज़रूरी है
हर बार भोजन या पेय पदार्थ के सेवन के बाद साफ पानी से अच्छी तरह कुल्ला अवश्य करें। इससे दांतों में फंसे अन्नकण बाहर निकल जाएंगे और सड़न या दुर्गंध की संभावना नहीं रहेगी।
2. नियमित ब्रशिंग करें
प्रातः उठते ही और रात्रि को सोने से पहले ब्रश करना अनिवार्य है। इससे दांतों पर जमी गंदगी और कीटाणु हटते हैं, जिससे कैविटी और पायरिया जैसी समस्याओं से बचाव होता है।
3. अत्यधिक ठंडा और गर्म एक साथ न लें
बहुत ठंडा या बहुत गर्म भोजन मसूड़ों को नुकसान पहुंचाता है। विशेष रूप से, ठंडे पदार्थ के तुरंत बाद गर्म चीजें खाना या इसके उलट करना दांतों की प्राकृतिक चमक को नुकसान पहुंचा सकता है।
4. मसूड़ों की नियमित मालिश करें
स्वस्थ मसूड़े मजबूत दांतों की नींव होते हैं। प्रतिदिन हल्के हाथों से मसूड़ों की मालिश करने से रक्तसंचार बढ़ता है और मसूड़े सुदृढ़ होते हैं।
5. माउथवॉश से कुल्ला करें
दिन में कम से कम दो बार किसी अच्छे माउथवॉश (जैसे लिस्टरीन) को पानी में मिलाकर कुल्ला करने से मुंह की दुर्गंध और बैक्टीरिया दूर रहते हैं।
6. पाचन तंत्र को ठीक रखें
दांतों और मसूड़ों के स्वास्थ्य के लिए पाचन क्रिया का ठीक रहना बहुत आवश्यक है। कब्ज या पेट में सड़े मल के कारण भी मसूड़ों में सूजन या संक्रमण हो सकता है।
7. जूठे बर्तनों से परहेज़ करें
किसी भी व्यक्ति, विशेषकर दांत या मसूड़ों से संबंधित रोगों वाले के जूठे बर्तनों में खाना या पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
8. दांत कुरेदने की आदत से बचें
सींक, पिन, या तार से दांतों को कुरेदना दांतों और मसूड़ों को नुकसान पहुंचा सकता है। यदि भोजन के कण दांतों के बीच फंसे हों तो नीम की सीक या साफ टूथपिक का प्रयोग करें।
9. खट्टे-मीठे का संतुलन रखें
अत्यधिक खट्टी चीजों के तुरंत बाद मीठा खाने से दांतों की परत को नुकसान हो सकता है। इसलिए इस आदत से बचें।
ब्रश करने का सही तरीका
How to take care of teeth and gums at home
1. दातुन बनाम ब्रश – क्या बेहतर है?
नीम या कीकर की ताजा दातुन दांतों की सफाई के लिए बहुत उपयोगी मानी जाती है। इसे चबाने से दांतों का प्राकृतिक व्यायाम होता है और मसूड़ों की मालिश भी हो जाती है। लेकिन यदि मसूड़े कमजोर हैं या दांतों में कोई समस्या है, तो दातुन नुकसानदायक हो सकती है।ऐसी स्थिति में सौम्य बालों वाला टूथब्रश (सॉफ्ट ब्रश) बेहतर विकल्प है। यह नाज़ुक मसूड़ों को बिना चोट पहुंचाए दांतों की सफाई करता है।
2. टूथब्रश का चुनाव और देखभाल
ब्रश हमेशा किसी अच्छी कंपनी का ही खरीदें। सस्ता ब्रश न केवल जल्दी खराब होता है, बल्कि दांतों को नुकसान भी पहुंचा सकता है।ब्रश को हर उपयोग के बाद अच्छी तरह धोकर किसी ढके हुए, साफ स्थान पर रखें ताकि उस पर धूल-मिट्टी न जमे।ब्रश को अधिकतम दो-तीन महीने तक ही इस्तेमाल करें। यदि उसके बाल फैल जाएं या टेढ़े हो जाएं, तो तुरंत बदल दें।
3. दांतों पर जमी मैल की परत
यदि दांतों के पीछे की ओर या जड़ों के पास पीली या काली परत जम गई हो, जो ब्रश करने से भी न हटे, तो किसी कुशल दंत चिकित्सक से उसका सफाई उपचार अवश्य कराएं। यह परत धीरे-धीरे दांतों में गड्डे बना सकती है, जिसे आमतौर पर ‘कीड़ा लगना’ कहा जाता है।समय पर उपचार न कराने पर आसपास के दांत भी खराब हो सकते हैं, जिससे दर्द और खर्च दोनों बढ़ सकते हैं।
4. दांतों की सफाई की आदर्श दिनचर्या
- प्रातः शौच के बाद तुरंत दांतों की सफाई करें।
- नीम की दातुन, मंजन या टूथपेस्ट – जो भी सुविधाजनक हो – उपयोग करें, लक्ष्य एक ही है: दांतों की अच्छी तरह से सफाई हो।
- भोजन के बाद कुल्ला अवश्य करें, ताकि अन्नकण फंसकर सड़न उत्पन्न न करें।
5. पोषण और दांतों का स्वास्थ्य
दांतों की मजबूती के लिए आहार में कैल्शियम, फास्फोरस, विटामिन-D और C का पर्याप्त मात्रा में होना जरूरी है। इनके अच्छे स्रोत हैं:दूध और मक्खन संतरा, नींबू, आंवला, अनन्नास तिल, पपीता, हरी पत्तेदार सब्जियाँ
6. चीनी और दांतों का संबंध
अनुसंधानों से यह स्पष्ट हुआ है कि चीनी (शूगर) का अत्यधिक सेवन दांतों को नुकसान पहुंचाता है। चीनी के निर्माण की प्रक्रिया में उसमें से कैल्शियम की मात्रा लगभग समाप्त हो जाती है, और कैल्शियम के अभाव में शरीर उसे ठीक से पचा नहीं पाता।
इस अपूर्ण पाचन के कारण चीनी, विशेष रूप से जब वह दांतों पर चिपकती है, तो दांतों को सड़ने का कारण बनती है।
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