KHORTHA

झारखंडी भाषा साहित्य एवं संस्कृति पर ग्रंथ – लेखन एवं शोध – प्रकाशन की अनवरत प्रक्रियाएँ चल रही है उससे सुखद अनुभूति स्वाभाविक है। खास कर खोरठा भाषा (Khortha bhasa) साहित्य पर जो काम हो रहे हैं उससे लगता है कि खोरठा भाषा की व्यापकता और उपादेयता में वृद्धि हो रही है। इसी को ध्यान में रखकर JPSC, JSSC, JTET, झारखंड पुलिस एवं अन्य प्रतियोगिता परीक्षा इत्यादि को ध्यान में रखकर खोरठा भाषा से पूछे जाने वाले प्रश्नों प्रश्नों को तैयार किया गया है।

खोरठा लोककथा, सोहराई पर्व, फुचु और फुदनी | khortha lok katha sohraie ke prtap

खोरठा लोककथा: सोहराएक परताप : लोककथाएं किसी भी समाज की सांस्कृतिक स्मृति होती हैं। यह कथाएं न केवल मनोरंजन करती हैं, बल्कि सामाजिक-सांस्कृतिक मूल्यों को भी पीढ़ी दर पीढ़ी संप्रेषित करती हैं। खोरठा लोककथाओं की यह परंपरा भी अत्यंत समृद्ध है। प्रस्तुत कथा “सोहराएक परताप” एक ऐसी मार्मिक प्रेमकथा है जो प्रेम, लोकविश्वास और जीवन …

खोरठा लोककथा, सोहराई पर्व, फुचु और फुदनी | khortha lok katha sohraie ke prtap Read More »

ankhik-geet-आँखिक-गीत-खोरठा-कविता-खो

जोदी खोजा मान-श्री निवास पानुरी |आँखिक गीत खोरठा कविता संकलन | झारखण्ड पीजीटी परीक्षा में शामिल कविता का हिंदी में व्याख्या

खोरठा कविता “जोदी खोजा मान” गहरे भावबोध और सांस्कृतिक चेतना से ओतप्रोत है। यह कविता व्यक्ति के आत्मबोध, साधना, प्रकृति की सुंदरता और मातृभाषा के गौरव को एक साथ पिरोती है।जोदी खोजा मान करे होतो निज के दान तबे ऎते खोरठें जान.यह कविता श्रीनिवास पानुरी द्वारा लिखा गया है . कविता संकलन आंखीक गीत” (ANKHIK …

जोदी खोजा मान-श्री निवास पानुरी |आँखिक गीत खोरठा कविता संकलन | झारखण्ड पीजीटी परीक्षा में शामिल कविता का हिंदी में व्याख्या Read More »

ankhik-geet-आँखिक-गीत-खोरठा-कविता-खो

khortha kavita nach bandar nach re | नाँच बाँदर नाँच रे-श्री निवास पानुरी | झारखण्ड पीजीटी परीक्षा में शामिल कविता का हिंदी में व्याख्या

नाँच बाँदर नाँच रे : यह कविता एक प्रकार का संवाद और प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति है, जहाँ “बाँदर” (बंदर) को नचाने की बात हो रही है। लेकिन यह सिर्फ बंदर के नाचने की बात नहीं है, बल्कि यह मनुष्य की स्वार्थपरता, अपेक्षा और लेन-देन के संबंधों की भी प्रतीकात्मक झलक देती है। यह कविता न सिर्फ …

khortha kavita nach bandar nach re | नाँच बाँदर नाँच रे-श्री निवास पानुरी | झारखण्ड पीजीटी परीक्षा में शामिल कविता का हिंदी में व्याख्या Read More »

ankhik-geet-आँखिक-गीत-खोरठा-कविता-खो

ANKHIK GEET KHORTHA KAVITA | आँखिक गीत खोरठा कविता -खोरठा ! हाय! खोरठा – श्रीनिवास पानुरी – झारखण्ड पीजीटी परीक्षा में शामिल कविता का हिंदी में व्याख्या

 खोरठा ! हाय! खोरठा :आँखिक गीत खोरठा कविता संकलन  – श्रीनिवास पानुरी द्वारा लिखा गया है .इनके द्वारा यह कविता 1964 ईस्वी के आस पास लिखा गया है .इस कविता संकलन में कुल 72कविता है जिसमे एक खोरठा ! हाय! खोरठा कविता भी सामिल है . खोरठा ! हाय! खोरठा कविता खोरठा भाषा की उपेक्षा, उसके …

ANKHIK GEET KHORTHA KAVITA | आँखिक गीत खोरठा कविता -खोरठा ! हाय! खोरठा – श्रीनिवास पानुरी – झारखण्ड पीजीटी परीक्षा में शामिल कविता का हिंदी में व्याख्या Read More »

Janardan Goswami 'byathit

खोरठा भाषा कवि जनार्दन गोस्वामी ‘व्यथित’| Janardan Goswami ‘byathit

जनार्दन गोस्वामी ‘व्यथित’ झारखंड की पावन माटी, माराफरी गाँव ने 2 जनवरी 1936 को एक ऐसे प्रतिभाशाली सपूत को जन्म दिया, जिन्होंने अपने जीवन-संघर्ष और साहित्य साधना से खोरठा भाषा को एक नई ऊँचाई दी — वे थे महाकवि जनार्दन गोस्वामी ‘व्यथित’। माराफरी, जो बाद में एशिया के सबसे बड़े इस्पात कारखाने बोकारो स्टील प्लांट …

खोरठा भाषा कवि जनार्दन गोस्वामी ‘व्यथित’| Janardan Goswami ‘byathit Read More »

Khortha Times Patrika 04 | खोरठा टाइम्स पत्रिका अंक-04

प्रत्येक भाषा साहित्य में महान साहित्यकारों का अभ्युदय हुआ है। किसी महान साहित्यकार का किसी खास भाषा साहित्य में पैदा होना वह साहित्य जगत को को महान बना देता । जिस भाषा में कोई महान साहित्यकार पैदा होते हैं तो अपने आप को गौरवान्वित करते हैं साथ ही हुए भाषा साहित्य के पथ प्रदर्शक होते …

Khortha Times Patrika 04 | खोरठा टाइम्स पत्रिका अंक-04 Read More »

खोरठा लोक कथा धनेक धधेनी | khortha Lok katha Dhanek Dhadheni

khortha Lok katha Dhanek Dhadheni :- खोरठा लोक कथा के इस कहानी में पशु पक्षियों एवं मानव के बीच प्रेम सौहार्द को दिखाया गया है । किसी गांव में एक गरीब परिवार रहता था जिसमें एक मां और उसका बेटा जो किसी प्रकार अपने जीवन जी रहे थे । अचानक उसके जीवन में एक पशु …

खोरठा लोक कथा धनेक धधेनी | khortha Lok katha Dhanek Dhadheni Read More »

jssc book | jssc khortha blast | jssc खोरठा ब्लास्ट |khoratha bhaasha samagr adhyayan |खोरठा भाषा समग्र अध्ययन

खोरठा भाषा समग्र अध्ययन – jssc खोरठा ब्लास्ट  सीरिज की तीन  पुस्तक पाठ्यक्रम पर आधारित   टॉपिक वाइज विश्लेषण,वस्तुनिस्ट(ऑब्जेक्टिव ) एवं 30 प्रेक्टीस  सेटों का संग्रह – डॉ . आनन्द किशोर दांगी एवं नागेन्द्र यादव  झारखण्ड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित सभी स्नातक योग्यताधारी संयूक्त प्रतियोगिता परीक्षा यथा सचिवालय,नगरपालिका,औद्योकिक प्रशिक्षण स्नातक स्तरीय सहायक आचार्य इत्यादि परीक्षाओं …

jssc book | jssc khortha blast | jssc खोरठा ब्लास्ट |khoratha bhaasha samagr adhyayan |खोरठा भाषा समग्र अध्ययन Read More »

khortha vachy | खोरठा वाच्य

  खोरठा वाच्य (khortha vachy )- वाच्य क्रिया के वेसन बदलल रूप के कहल जा हे, जेकर से उस बात के पछान बा पता चाले कि वाक्य में कर्ता, कर्म बा भाव में  केकर प्रधानता हइ । खोरठा वाच्य (khortha vachy ) की परिभाषा- क्रिया के वेसन बदलाव के कहल जा हे ,जेकर से कर्ता …

khortha vachy | खोरठा वाच्य Read More »

Folk song | लोकगीत |लोकगीत परिभाषा महत्त्व वर्गीकरण

लोकगीत  (Folk song) लोक सहित्य का अभिन अंग है, जो गेय रूप में पीढ़ी दर पीढ़ी मोखिक रूप में चलते आ रही है। जिन्हें कोई एक व्यक्ति नहीं बल्कि पूरा लोक समाज गाता है और अपनाता है। सामान्यतः लोक में प्रचलित, लोक द्वारा रचित एवं लोक के लिए लिखे गए गीतों को लोकगीत कहा जा …

Folk song | लोकगीत |लोकगीत परिभाषा महत्त्व वर्गीकरण Read More »