JHARKHAND

kora janjati | कोरा जनजाति: इतिहास, संस्कृति और परंपराएँ | पूरी जानकारी

 झारखंड की एक प्रमुख जनजाति कोरा  अपेक्षाकृत रूप से अधिक विकसित मानी जाती हैं। यह समुदाय न केवल झारखंड, बल्कि ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भी निवास करता है। झारखंड के धनबाद, बोकारो तथा संथाल परगना क्षेत्र को इनका प्रमुख निवास स्थान माना जाता है।कोरा जनजाति को प्रोटो-आस्ट्रेलायड समूह से संबंधित माना जाता है। इनका …

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बिथालाहा प्रथा

Bitlaha prtha | बिटलाहा’ प्रथा संथाल जनजाति की पारंपरिक न्याय व्यवस्था

Bitlaha prtha | बिटलाहा’ प्रथा संथाल जनजाति की पारंपरिक न्याय व्यवस्था में दिया जाने वाला एक अत्यंत कठोर सामाजिक दंड है, जिसके अंतर्गत दोषी व्यक्ति को समुदाय से पूर्णतः बहिष्कृत कर दिया जाता है। यह दंड किसी व्यक्ति द्वारा सामाजिक मर्यादाओं, रीति-नीतियों अथवा परंपरागत विधानों के गंभीर उल्लंघन पर दिया जाता है। बिठलाहा (Bitlaha) घोषित …

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बिथालाहा प्रथा

झारखंड के पारंपरिक शासन व्यवस्था Manjhi system मांझी परगना शासन व्यवस्था संथाल परगना क्षेत्र

संथाल भारत की एक प्रमुख जनजाति है, जो व्यवस्थित कृषि करने के लिए जानी जाती है। झारखंड की जनजातियों में संथालों की संख्या सबसे अधिक है, और उनका प्रमुख निवास क्षेत्र संथाल परगना माना जाता है। माना जाता है कि संथाल, झारखंड आने से पहले एक लंबे समय तक पश्चिम बंगाल में निवास करते थे, …

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karmali tribe in jharkhand | झारखंड के करमाली जनजातियों का सामान्य परिचय

झारखंड के जनजातियों में करमाली जनजाति (karmali tribe )परंपरागत तरीके से लोहे के कृषि औजार घरेलू उपकरण निर्माण के लिए जाना जाता है  लोहा गलाने का काम असुर, बिरजिया तथा लोहरा जनजाति भी करते हैं लेकिन करमाली उन लोहों से विभिन्न प्रकार के कृषि सम्बन्धी औजार के लिए विख्यात है। पुराने औजारों की मरम्मत करते …

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