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खोरठा कवि राजा दलेल सिंह | Raja dalel singh

राजा दलेल सिंह जन्म :-16 वी सदी जन्म :- बादाम हज़ारीबाग़ पिता :- रामसिंह द्वितीय राजा:-  कर्णपुरा राजा दलेल सिंह की रचना:- शिव सागर ,राम रसावन, राजा रहस्य, गोविंद लीला अमृत राजा दलेल सिंह ( Raja dalel singh)  खोरठा पद्य – साहित्य का विकास रामगढ़ राजा दलेल सिंह के रचनाओं से प्रारम्भ मानी जाती है । …

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फाल्गुनी मरीक कुशवाहा | Falguni marik kuswaha

खोरठा भाषा झारखंड की  ऐसी क्षेत्रीय भाषा है जो झारखंड के 24 जिलों में से 16 जिलों में बोली जाती है।  इस भाषा का क्षेत्र विस्तार जितना अधिक है उतनाही समृद्ध भाषा साहित्य।इस समृद्ध भाषा साहित्य में अनेकों साहित्यकार का योगदान है। उनमें एक देवघर जिला के फाल्गुनी मारीक कुशवाहा (Falguni marik kuswaha) जी का …

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डॉ गिरधारी राम गंझू | Dr.Girdhari ram ganjhu

झारखंड के जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा के मर्मज्ञ डॉक्टर गिरधारी राम गंझू (Girdhari ram ganjhu)जी को मरणो उपरांत पदम श्री पुरस्कार से 73 वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या के अवसर पर पुरस्कार देने की घोषणा की गई। यह पुरस्कार शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र में किए गए उल्लेखनीय कार्य के लिए इन्हें प्रदान किया …

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एक्वेरियम में रंगीन अलंकारी मछलियों का रखरखाव | Fish in the Aquarium

जीव जंतुओं को पालना मनुष्यों का आदिम प्रवृति है। मनुष्य अपने स्वार्थ ,अपने शौक के लिए घरों में पालतू जानवरों ,जीव जंतुओं को पालते आ रहे हैं। अन्य जीवो की तरह  मछलियों को भी घरों में पालने लगे। घरों में मछलियों को पालने की विधि का श्रेय प्राचीन रोम वासियों को जाता है। धीरे-धीरे इस …

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jssc khortha syllabus 2022 | झारखण्ड़ सचिवालय परीक्षा में खोरठा भाषा

jssc khortha syllabus 2022 झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित झारखंड सचिवालय सचिवालय के लिए विभिन्न पदों पर विज्ञापन निकाल चुकी है। इस विज्ञापन में सहायक प्रशाखा पदाधिकारी 384 पद ,कनीय सचिवालय सहायक 322 पद, प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी 245, पद, एवं प्लानिंग असिस्टेंट 5 पद । इन पदों पर भर्ती की प्रक्रिया में तीन पत्रों …

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Palamu kila | पलामू किला

Palamu kila (पलामू किला ) झारखंड राज्य के पलामू जिला मुख्यालय मेदनीनगर से 23 किलोमीटर दूर  दक्षिण पूर्व की ओर घनघोर जंगलों के बीच उतरी कोयल नदी के सहायक नदी औरंगा नदी के तट पर स्थित है । इस स्थथल पर दो केले का अवशेष है , एक पुरानाा किला और दूसरा नया किला। पुराना …

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श्री निवास पानुरी | Sri nivash panuri Khortha Lekhak

श्री निवास पानुरी (sri nivash panuri) “ खोरठा भासाक धारदार बनवइआ , ठेठ सबदेक खेलाडी वा जादू “ श्री निवास पानुरी ” खोरठा भासा साहितेंक अकातें ध्रुव तारा रकम चमइक रहल हथ । बेतवा लोक भासाक शिष्ट भासा वनवें योगदान दइख के हिन्दी भासा साहित्य के साहित्यकार रामदयाल पंडित खोरठा भासाक बाल्मिकि संगिआ देलथ । …

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नगर उंटारी का श्री बंशीधर मंदिर|Nagarutari ka sri bansidhar mandir

नगर उंटारी का श्री बंशीधर मंदिर(Nagarutari ka sri bansidhar mandir) झारखंड राज्य के गढ़वा जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर पश्चिम दिशा में स्थित है। नगर उंटारी बिहार उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश के त्रिकोण आत्मक सीमा पर अवस्थित है ।बाँकी  नदी पर स्थित इस नगर से 16 किलोमीटर दूर  कनहर नदी के पार मध्य …

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Tamasin jalprapat chatra | तमासिन जल प्रपात चतरा

तमासिन जल प्रपात चतरा (Tamasin jalprapat chatra) तमासिन जल प्रपात प्राकृतिक सौंदर्य, मनोहारी दृश्य के लिए काफी प्रसिद्ध है। झारखंड राज्य के चतरा जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर  कोल्हिया प्रखंड  के  तुलबुल पंचायत, तमासिन नामक स्थान  पर  स्थित है। फल्गु नदी के सहायक नदी महाने नदी पर तमासिन नामक जलप्रपात स्थित है। तमासिन  स्थल …

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खोरठा कवियों की रचनाएँ | Khortha kaviyon ki pramukh rchna

खोरठा कवियों की प्रमुख रचनाएँ | Khortha kaviyon ki pramukh rchna खोरठा भाषा साहित्य में भी अन्य भाषाओं की तरह शिष्ट साहित्य का विकास पद्य साहित्य से ही प्रारम्भ हुआ है। सामान्यतः 16 वीं -17 वीं शताब्दी में पद्य – साहित्य की रचना प्रारम्भ हो गई और 1960 दशक के बाद पद्य – साहित्य के …

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