खोरठा विशेषण | khortha visheshan

बिसेसन संगिआ वा सरवनाम  के विशेषता  बतावे उकरा विसेसन कहल जा है । एक पटतर खोरठा लोक गीत देखल जाय

गछे के तो गछली चरका बकरवा हो देवा तबो नाही पुरल डावर खेत |

गछे के तो गछली रंगलवा मुरगवा हो गांवा देवी तबो नहीं पुराल डाबर खेत ||

 

हिञा  ई लोक गीते  – चरका आर रंगलवा विसेसन हइ , चरका जे बकरवा ओर रँगलाह मुर्गा के   कोन्हो सबदें विसेसन लगलेक बाद उकर विसेसता सिमट जा हइ। बकरवा तो ई सोसे बकरा जाइत के बोध हवो हे , जब चरका बकरवा कहल जा खाली चरका बकरा ( भेड़ ) के बोध हतइ । वही रकम मुरगा ई सोसे मुरगा जाइत के हतइ , मकिन एकरा रंगलाहा मुरगवा कहवइ तो खाली रंगल मुरगा जाइत पहचान हइ

 

विसेसन के कई रूप देखल जा हे :-
1. संखिआ वाचक विसेसन : –  विसेसन से संखिआ के बोध होवे हे। उकर संखिआ वाचक विसेसन कहल जा है । संखिआ वाचक विसेसन के दूगो भेद हइ

 

 

( i ) गोडावल ( निश्चित संख्या वाचक ) – मने कोन्हो निसचित संखिआके देखबाल जा हे। जइसे एक आना , सोलह आना , दस पसेरी , दुगना

( ii ) अनठेहरी ( अनिश्चित वाचक ) जेकर से कोन्हों संखिआ के बोध नाँय होवे  जइसे – मन , सेर , किलो , कते , पइला

2. मातराववाचक विसेसन : – संगिआ बा सर्वनाम के अइसन सबद कोन्हो मातराक बोध हव हे एकमन , चार पसेरी , दू से घी !
3. सर्वनामकि विसेसन :- जे सर्वनाम, संगिया बा किरिया के प्रयोग विशेषण रुपे होओ हई उकार सार्वनामिक विसेसन कहल जा ह इ। जइसे- उ भूखे लरबरेलउ , ए वाइक में उ सर्वनाम हे ,लरबरेलउ विसेसन ,जे ओकर विसेसता बात रहल ह इ।
4. गुणवाचक विसेसन : जे संगिआ वा सरबनाम के गुण सभाव के विसेसता बतावो हे । – जइसे

 

 

समय बोधक- नावा , पुरना , अगला , पिछवाड़ी

स्थान बोधक – उजइल , भीतर , पुरविआ , पछिआरा

अकार बोधक-गोल , चरखुट , चोख , सोझ , लग

रंग बोधक – केलाइल , पीइर , हरिहर , चरका , करिआ ·

दसा बोधक – लटल , मोटाइल , गोड़ , लोधकी , थेइच

गुण बोधक – बेस , खराब , गमकल , सकाहा , सोझ

विसेसन बनवेक नियम (विसेसता)

खोरठा ऐसन विसेसन हे जे आपन मूल रूपें अपने विसेसन वनल रह हे  जइसे -ललहून , गोला , घोघराइल , होचाइक , पकठाइल , पिरी ( ललहुन आर जरक ) पकठाइल मकइ ,

संगिआ  से बनल वविसेसन-

रंग -रंगाइल    पानी पनिआइल , पइनजर , पइनसोर तेलगर , तेलाइल खुदी खुदिआइल रोग रोगलाहा , रोगाहा

सुख- सुखाइल

रोदा- रोदाइल

गादा – गदराइल

लुइर – लुइरगर

खिचा- खिचाइल

घोद – घोवराइल

सिस -सिसआइ

केला -केलाइल

प्रकृति मतूलक सवदें विसेसन  बनल :-

रचरचाइल , रटरटाइल , छट पटाइल , हरहरी पटप ट ई ल

क्रियाविशेषण से बने विशेषण शब्द

क्रियाविशेषण         विशेषण

हड़बड़                हड़बड़ाइल

दनदन                दनदनाइल

पनपन               पनपनाइल

परपर              परपराइल

 

इसे भी पढ़े

संज्ञा 

सर्वनाम 

किरिया 

खोरठा लिपि 

 

खोरठा विशेषण किसे कहते है ?

बिसेसन संगिआ वा सरवनाम  के विशेषता  बतावे उकरा विसेसन कहल जा है ।

खोरठा विशेषण के केगो भेद है

चार

गोडावल विशेषण किसे कहते है ?

निश्चित संख्या वाचक विशेषण को

अनठेहरी विशेषण किसे कहते है ?

अनिश्चित वाचक विशेषण को

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