Dangi Times Magazine, 53rd Issue

दांगी टाइम्स पत्रिका 53वां अंक | Dangi Times Magazine, 53rd Issue

प्रधान संपादक की कलम से :

सभी पाठकों को नए साल 2025 की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें.

आप सबों के असीम प्यार एवम् सहयोग से आपकी अपनी डिजिटल पत्रिका ‘द दांगी टाइम्स’ अर्धशतक से आगे निकल चुका है. पत्रिका का जनवरी 2025 अंक (53 वाँ अंक) आप सबों के सामने प्रस्तुत करते हुए काफ़ी हर्ष हो रहा है.

छपने लायक सामग्री की कमी के कारण आपकी पत्रिका कुछ महीनों से आपके पास देरी से पहुँच रही है. इस समस्या को ध्यान में रखते हुए संपादक मंडल ने निर्णय लिया है कि जब तक पत्रिका को पर्याप्त लेख उपलब्ध नहीं होने लगता तब तक इस पत्रिका को त्रैमासिक किया जाता है. नए साल से अब आपकी पत्रिका ‘ द दांगी टाइम्स’ मासिक के बदले त्रैमासिक होने जा रही है. अब यह पत्रिका हर तीन महीने पर निकला करेगी. उम्मीद है कि आप सबों का प्यार इसी तरह बना रहेगा. इसके लिए मुझे खेद है.

इस अंक में भारत की प्रथम शिक्षिका, राष्ट्रमाता, क्रान्ति ज्योति और एक महान समाज सुधारक सावित्री बाई फूले के बारे में विस्तृत लेख छापी गई है. उम्मीद है कि इनके बारे में विशेष जानकारी से हमारा समाज लाभान्वित होगा. इस अंक में महान उपन्यासकार प्रेमचंद की एक कहानी ‘ अंधविश्वास ‘, डॉ आनंद किशोर दांगी द्वारा लिखित ‘भारतीय भाषा के शास्त्रीय भाषा का दर्जा’ एवं युवाओं में बढ़ता आत्महत्या की प्रवृत्ति, डॉ शंकर पटेल द्वारा लिखित ‘मानव सभ्यता का विकास ‘ , श्री सुनील कुमार विद्यार्थी द्वारा लिखित ‘ दिव्यांग ‘ आदि लेख को जगह दी गई है.

मैं सजातीय समाज के सभी सक्षम लेखको, चिंतन कर्ताओं ( थिंकटैंक) एवम् बुद्धिजीवियों से निवेदन करता हूँ कि वे अपनी कलम की ताक़त को समझें और समाज में बौधिक, शैक्षनिक, राजनीतिक एवं सामाजिक जागरूकता एवं विकास में अपनी भागीदारी अवश्य दें.

मैं सभी सक्षम बंधुओं से निवेदन करता हूँ कि पत्रिका को लगातार छपते रहने के लिये कृपया पत्रिका के मासिक (रू 10), वार्षिक ( रू 100), आजीवन ( रू 1000) या संरक्षक (गार्जियन) सदस्य (रू 10,000) बनकर या पत्रिका में विज्ञापन देकर इसकी आर्थिक मदद करें.

पत्रिका बहुत ही सावधानी से तैयार की जाती है. फिर भी अगर कोई अशुद्धियाँ रह जाती हैं तो संपादक मंडल आपसे क्षमाप्रार्थी है. इस पत्रिका को हर घर एवं हर व्यक्ति तक पहुँचाने में आपका सहयोग चाहिये. प्रत्येक व्यक्ति इस पत्रिका को अपने समाज के कम से कम 10 लोगों या 10 ग्रूप में अवश्य आगे भेजने का कष्ट करें.

धन्यवाद!

अशोक कुमार दांगी

 

खोरठा टाइम्स पत्रिका अंक 1, 2 और 3 पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक को क्लिक करें

खोरठा टाइम्स पत्रिका अंक 1

 

खोरठा टाइम्स पत्रिका अंक 2

 

खोरठा टाइम्स पत्रिका अंक 3

 

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