Awala khane ke fadye | आंवला खाने के फायदे |आंवला प्रकृति द्वारा मनुष्य को दिया गया एक बड़ा तोहफा |
आंवला (Awala)प्रकृति द्वारा मनुष्य को दिया गया एक बड़ा उपहार माना जाता है, क्योंकि आंवले में पाए जाने वाले विटामिन सी, कैल्शियम ,फास्फोरस इत्यादि मनुष्य के सभी रोगों को दूर करने में सहायक होता है । आंवला सर्व रोग नाशक दिव्य अमृत फल है। यह दांतों मसूड़ों को मजबूत बनाता है तथा आंखों की ज्योति तीव्र करता है। शरीर में बल वीर्य की वृद्धि करता है। रक्तचाप ,हृदय रोग, कैंसर चर्म रोग ,वायु विकार, रक्त संबंधी ,पीलिया हड्डियों के रोगों को दूर करने में विशेष योगदान होता है । आंवले का प्रयोग आंवले का जूस, आंवले का मुरब्बा, आंवले का चूर्ण, आंवले का अचार, इत्यादि किसी भी रूप में प्रयोग करने से कभी हानि नहीं होता है । मनुष्य को होने वाले संभवत सभी रोगों में आंवले का प्रयोग किया जा सकता है। इसमें सभी रोगों को दूर करने की शक्ति पाई जाती है । शरीर को रोग से मुक्त कर शारीरिक शक्ति बनाए रखे । आज च्यवनप्राश काफी प्रसिद्ध है । आंवला (Awala) विटामिन सी का भंडार है आंवले में दो संतरे के बराबर शक्ति होती है ।आंवला (Awala)का हरा फल खाने से शरीर को सबसे अधिक मात्रा में विटामिन सी प्राप्त होता है. सौ ग्राम खाने योग आंवले में निम्न प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं
आंवला (Awala)में में पाए जाने वाले पोषक तत्व इस प्रकार है
| विटामिन सी | 600 मिलीग्राम | पानी | 81.2 प्रतिशत |
| कैल्शियम | 50 मिलीग्राम | प्रोटीन | 0.5% |
| फास्फोरस | 10 मिलीग्राम | वसा | 0.1% |
| आयरन | 1.2 मिलीग्राम | खनिज | 0.5% |
| विटामिन बी | अल्प मात्रा में | रेशे | 3.4% |
| कार्बोहाइड्रेट्स | 13.7% |
आंवला (Awala) के उपयोग से अनेक रोगों का इलाज कर सकते हैं जो इस प्रकार है (Awala khane ke fadye)
स्मरण शक्ति बढ़ाने में
स्मृति बढ़ाने के लिए प्रातः काल आंवले का मुरब्बा दूध के साथ लेने से स्मरण शक्ति बढ़ती है या कच्चे आंवला (Awala)को कद्दूकस करके उसे भी छोड़कर रस निकाल लेने के बाद आधा चम्मच शहद मिलाकर प्रातः काल लेने से स्मरण शक्ति बढ़ती है साथ ही शारीरिक शक्ति भी बढ़ती है
मधुमेह रोगियों के लिए
मधुमेह रोगियों के लिए आंवला (Awala) काफी उपयोगी है क्योंकि इसमें विटामिन सी की मात्रा अधिक होती है । यदि मधुमेह रोगी आंवले और करेले का रस मिलाकर पिता रहे तो शरीर में इंसुलिन की मात्रा क्या होती होती रहती है मधुमेह रोगियों को आंवले और करेले का रस 2 माह तक प्रतिदिन लेने चाहिए. लेकिन ध्यान रखने वाली बात है आंवले के रस में शहद का प्रयोग करना हानिकारक होता है इसलिए आंवले के रस में शहद मिलाकर सेवन नहीं करना चाहिए.
आंख संबंधी रोगों के लिए
आंखों की रोशनी स्थिर रखने के लिए आंवले का प्रयोग किया जा सकता है । ताजे आंवले(Awala) के रस में थोड़ा-सा शहद मिलाकर प्रतिदिन लेने से आंखों की रोशनी बरकरार रखी है. जिन लोगों को रात्रि में दिखाई देना बंद हो जाता है उन्हें आंवले का प्रयोग काफी सहायक सिद्ध होता है.
रक्त की कमी
शरीर में रक्त की कमी होने पर आधा कप आंवले(Awala)के रस में दो चम्मच पानी और दो चम्मच शहद मिलाकर लगातार 10 से 15 दिन पीते रहने से रक्त की कमी दूर हो जाती है आंवले के मुरब्बा के प्रयोग से भी रक्त में वृद्धि होती है.
हड्डी जोड़ के दर्द से राहत
हड्डी रोग गठिया रोग या दर्द को दूर करने में काफी उपयोग हो रहा है. सूखे आंवले के चूर्ण में थोड़ा गुड़ मिलाकर गोलियां बना लें. दिन में दो बार एक गोली खाने से मिलता है.
सिर के रोग अथवा बाल संबंधी रोग
सिर के रोग में सिर की भूसी बाल झड़ना तथा बाल असमय सफेद हो जाना प्रमुख है आंवले(Awala) के पानी से सिद्ध होते रहने से उपरोक्त समस्या दूर हो जाती है
सफेद बाल को काला करने में
आंवले के पानी से सिर धोते रहने से बाल घने काले और मुलायम हो जाते हैं
नारियल के तेल में ताजे आंवले को काटकर डाल दें और उसे आप पर तब तक पकाएं जब तक आंवले के टुकड़े जल कर काले ना हो जाए । इस तेल को छानकर बोतल में रख ले स्नान के बाद बाल सुखा कर इसे लगाने से बाल काले होने लगते हैं
चर्म रोग
आंवले(Awala)का चूर्ण पानी के साथ सेवन करने से व्यक्ति चर्म रोग से बच सकता है
बुढ़ापे रोकने में सहायक
आंवले(Awala)का किसी भी रूप में प्रयोग करने से व्यक्ति समय से पूर्व बुढ़ापे का शिकार नहीं होता है । प्रातः काल आंवले के रस में शहद मिलाकर पीने से उतरी आंवले के चूर्ण को मिलाकर खाने से समय से पूर्व नहीं आता है आंवले का किसी भी रूप में बीमित सेवन करने से बुढ़ापे जैसा रोग नहीं लगती है.
पेट की जलन
पेट की जलन से प्रभावित लोगों को हरे आंवले का रस 30 ग्राम तथा साहब 20 ग्राम दोनों को मिलाकर दिन में एक दो बार किए ऐसा करने से पेट दर्द ठीक हो जाता है
